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कविता

लो रात काट दी

भवानीप्रसाद मिश्र


लो रात काट दी हमने गिनकर तारे
मनसूबे सारे अंधकार के हारे

 


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हिंदी समय में भवानीप्रसाद मिश्र की रचनाएँ